रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों से कोरोना प्रोटोकाॅल और भारत सरकार की गाईडलाइन का पालन करते हुए छठ पर्व मनाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि त्यौहार मनाते समय भीड़-भाड़ से बचने का प्रयास किया जाए। छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा कंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्र में धार्मिक एवं अन्य कार्यक्रम आयोजन हेतु मानक संचालन प्रकिया (एस.ओ.पी.) जारी की गई है, जिसके अनुसार छठ पूजा स्थलों पर केवल पूजा करने वाले व्यक्ति ही शामिल होगे। अनावश्यक भीड़ एकत्रित न होने देने की जिम्मेदारी आयोजन…
दिन: नवम्बर 18, 2020
सार्वजनिक वितरण प्रणाली सहित खाद्य और पोषण सुरक्षा संबंधी योजनाओं की शिकायतों का होगा त्वरित निराकरण : मुख्यमंत्री
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ राज्य खाद्य आयोग की वेबसाइट khadya.cg.nic.in/cgsfc/ का लोकर्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इस वेबसाइट के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली सहित खाद्य और पोषण सुरक्षा से जुड़ी 5 योजनाओं की शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी तरीके से निराकरण हो सकेगा। इन योजनाओं के हितग्राही आवश्यकता होने पर सीधे वेबसाइट पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसके लिए उन्हें राज्य खाद्य आयोग के कार्यालय या इससे संबंधित कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी। श्री बघेल…
देश की पहली महिला स्पेशल क्लीनिक छत्तीसगढ़ में, मुख्यमंत्री 19 नवम्बर को दाई-दीदी क्लीनिक का करेंगे शुभारंभ
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 19 नवम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जयंती पर महिलाओं के लिए स्पेशल क्लीनिक दाई-दीदी क्लीनिक का शुभारंभ करेंगे। महिलाओं के लिए शुरू की जाने वाली यह स्पेशल महिला मेडिकल मोबाइल क्लीनिक देश में अपनी तरह की पहली अनूठी क्लीनिक होगी। क्लीनिक की गाडि़यों में केवल महिला मरीजों को ही निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। दाई-दीदी क्लीनिक गाडि़यों में केवल महिला स्टाफ तथा महिला डॉक्टर, महिला लैब टेक्नीशियन एवं महिला एएनएम ही कार्यरत रहेंगे। इस क्लीनिक के शुरू होने से महिला श्रमिकों एवं स्लम…
मुख्यमंत्री ने रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर उन्हें किया नमन
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की जयंती 19 नवम्बर के अवसर पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने रानी लक्ष्मी बाई के शौर्य और वीरता को याद करते हुए कहा कि रानी लक्ष्मी बाई ने अपनी मातृभूमि की रक्षा और सम्मान के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। रानी लक्ष्मबाई ने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों का साहसपूर्वक विरोध किया। श्री बघेल ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई का अदम्य साहस और शौर्य आज भी प्रेरणा देता है।