राष्ट्रीय कृषि मेला में दिखेंगे बादशाह और करण

रायपुर(बीएनएस)। राष्ट्रीय कृषि मेला में पशुधन विकास विभाग द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी पशुपालकों को उपलब्ध कराने तथा विभागीय गतिविधियों और उपलब्धियो की जानकारी आमजनों को उपलब्ध कराने विभागीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। राष्ट्रीय कृषि मेला 23 से 25 फरवरी तक रायपुर के फल सब्जी मंडी प्रांगण तुलसी बाराडेरा में आयोजित किया जाएगा।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 23 फरवरी को शाम 4 बजे राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे करेंगे।

राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 में बादशाह एवं करण नाम के दो भैंस सांड का प्रदर्शन किया जाएगा जो पशुधन विकास विभाग के द्वारा कृत्रिम गर्भाधान के सफल प्रयासों से उत्पन्न हुए हैं।बादशाह की मां मुर्रा नस्ल की भैंस थी जो लगभग 20 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन किया करती थी। कृत्रिम गर्भाधान के फलस्वरूप 30 नवंबर 2014 को पैदा हुए बादशाह के माध्यम से उन्नत नस्ल के अनेक पाड़ा एवं पड़िया का उत्पादन हुआ है। करण की मां मुर्रा नस्ल की भैंस थी जो लगभग 18 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन किया करती थी। बादशाह और करण पशुपालन विभाग के मार्गदर्शन में टंडन डेयरी फॉर्म ग्राम सारागांव विकासखंड धरसीवा में कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से विकसित किये गए है। विगत 50 वर्षों से लगातार डेयरी के व्यवसाय में जुड़े टण्डन डेयरी फार्म में लगभग 1100 लीटर प्रतिदिन दूध का उत्पादन हो रहा है। डेयरी फार्म में वर्तमान में 175 पशु है जिनमें शंकर एचएफ साहिवाल, गिर एवं जर्सी के साथ-साथ मुर्रा एवं मेहसाणा नस्ल की भैंसे भी उपलब्ध हैं।

श्रेष्ठ व अच्छे गुणों वाले पशु का कृत्रिम गर्भाधान हेतु अधिक से अधिक उपयोग किया जा सकता है। बादशाह द्वारा अभी तक 80 मादा पशुओं को गर्भित किया गया है, जिस से 50 बच्चे उत्पन्न हुये जबकि करण द्वारा 65 मादा पशुओं को गर्भित किया गया जिनसे 40 बच्चे उत्पन्न हुये।पशुधन विकास विभाग के लगातार प्रयासों से डेयरी फॉर्म में कृत्रिम गर्भाधान के साथ-साथ टीकाकरण आदि प्रक्रियाओं में तेजी आई है।

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