आज भारत में विकास की गाड़ी नई सोच, नई अप्रोच के साथ 4 Wheel पर चल रही है : PM मोदी

धर्मशाला। आज धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट समारोह में PM नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि ये सुनने ही थोड़ा अटपटा लगता है लेकिन ये कल्पना नहीं है, ये सच्चाई है। इसके लिए आप सभी को बधाई हो। देश और दुनिया को ये हिमाचल प्रदेश का एक स्टेटमेंट है कि हम भी अब कमर कस चुके हैं। श्री मोदी ने कहा कि आज राज्यों में भी निवेश के लिए प्रतियोगिता हो रही है। उद्यमी राज्यों में दी जानी सहायता को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा…

सुबह खाली पेट 1 महीने तक 1 पान का पत्ता खा लो फायदा जानकार पैरों तले जमीन खिसक जाएगी

न्यूज डेक्स। पान भारत के इतिहास एवं परंपराओं से गहरे से जुड़ा है। इसका उद्भव स्थल मलाया द्वीप है। पान विभिन्न भारतीय भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे ताम्बूल (संस्कृत), पक्कू (तेलुगू), वेटिलाई (तमिल और मलयालम) और नागुरवेल (गुजराती) आदि। पान का प्रयोग हिन्दू संस्कार से जुड़ा है, जैसे नामकरण, यज्ञोपवीत आदि। वेदों में भी पान के सेवन की पवित्रता का वर्णन है। सुबह उठकर खाली पेट एक पान के पत्ते के बीच में 1 चावल के दाने के समान चूना मिलाकर सेवन करें उसके बाद इतने…

शरीर में जमा गंदगी को निकाल देगी ये चीज, लिवर, किडनी और खून को भी करती है साफ

न्यूज डेक्स। खून एक शारीरिक तरल है जो लहू वाहिनियों के अन्दर विभिन्न अंगों में लगातार बहता रहता है। रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होने वाला यह गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, लाल रंग का द्रव्य, एक जीवित ऊतक है। यह प्लाज़मा और रक्त कणों से मिल कर बनता है। प्लाज़मा वह निर्जीव तरल माध्यम है जिसमें रक्त कण तैरते रहते हैं। प्लाज़मा के सहारे ही ये कण सारे शरीर में पहुंच पाते हैं और वह प्लाज़मा ही है जो आंतों से शोषित पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचाता है…

वर्षों बाद देवउठान एकादशी पर विवाह का कोई अबूझ मुहूर्त नहीं, जानें क्या है वजह

न्यूज डेक्स। वर्ष में तीन बार विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त आते हैं। जिसमें बसंत पंचमी, देवउठान एकादशी व फुलैरा दौज शामिल हैं। ऐसे में आठ नवंबर शुक्रवार को देवउठान एकादशी है। लेकिन, वर्षों बाद इस बार राशियों के हेरफेर के चलते देवउठान एकादशी पर विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त नहीं है। इसका कारण वर्तमान में सूर्य तुला राशि में है। तुला राशि में सूर्य के होने से विवाह नहीं होते। देव उठनी एकादशी के बाद पहला विवाह मुहूर्त 18 नवंबर है। चार महीने से क्षीर सागर में सोए भगवान…