रायपुर। साईंस कालेज मैदान में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में आज देश के अलग-अलग राज्यों से आये कलाकारों ने मंच पर पारम्परिक वेशभूषा और धुनों में अपने-अपने राज्य की जनजाति द्वारा विभिन्न अवसरों पर प्रस्तुत की जाने वाली आकर्षक कार्यक्रमों की जीवंत प्रस्तुति दी। आंध्रप्रदेश के कलाकारों ने यहा की जनजाति द्वारा दशहरा, विवाह सहित अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर प्रस्तुत किए जाने वाला भीमसा नृत्य की प्रस्तुति दी। राजस्थान के कलाकारों ने शरीर में रंग पोतकर विभिन्न पर्व के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य सहरियां स्वांग के माध्यम से दर्शकों को थिरकने को मजबूर किया। सहरियां स्वांग में ढोल, मंजीरा, झांझ और कलाकारों की जुगलबंदी को सभी ने सराहा। हिमांचल प्रदेश के कलाकारों ने डंडा रास नृत्य, जम्मू-काश्मीर के कलाकारों ने गुजर नृत्य कर दर्शकों की वाहवाही बटोरी। अरूणांचल प्रदेश द्वारा रेह, तेलंगाना के कलाकारों द्वारा लम्बाड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
यूपी के झांझी-गरद और झारखण्ड के डमकच ने मचाया धूम
गुजरात के वसावा में दिखी छत्तीसगढ़ के पंथी की झलक
महाराष्ट्र के लिंगो और मध्यप्रदेश के सैला नृत्य में झूम उठे दर्शक
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— Jansampark CG (@DPRChhattisgarh) December 28, 2019