रायपुर(बीएनएस)। राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं को ग्रामीण स्तर पर आम लोगों तक पहुंचाने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में ई-गवर्नेंस को साकार करने के लिए जिला और पंचायत स्तर पर कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सूचना तकनीक के इस्तेमाल के लिए दक्ष बनाना होगा। छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) द्वारा नवीन विश्राम गृह में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि आम लोगो को शासन की सुविधाओं और सेवाओं को त्वरित रूप से पहुचाने के लिए सूचना तकनीक का अधिकतम उपयोग करना होगा। उन्होंने आई टी अधोसंरचना के उपयोग को बढ़ाने पर भी जोर दिया।
इस अवसर पर इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्धिवेदी ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला के पहले दिन विभागों के आई. टी. अधिकारियों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया है। कार्यशाला के दूसरे दिन विभाग प्रमुखों को आई.टी. में की जा रही नवीन पहल की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा एक नई योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा जिसमें सभी विभागों से विस्तृत चर्चा कर नागरिक सेवाओं की प्रदायगी के सरलीकरण का प्रयास किया जाएगा। योजना का स्वरूप बताते हुए उन्होंने कहा कि नागरिकों को प्रोएक्टिव तरीके से सेवा प्रदान किया जाएगा।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी समीर विश्नोई ने कहा कि राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी अधोसंरचना को मजबूत करना चिप्स का प्रमुख लक्ष्य है। चिप्स द्वारा नागरिक सशक्तिकरण के लिए नवीन तकनीकों का उपयोग निरंतर बढ़ाने का प्रयास जारी रहेगा। चिप्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रभात मलिक ने वर्तमान में संचालित योजनाओं और भविष्य में डिजिटल अधोसंरचना विकास के संबंध में जानकारी दी। राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन, नई दिल्ली के संचालक नीरज कुमार ने उमंग एप और डिजिटल लाकर की उपयोगिता के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन, नई दिल्ली के संचालक नीरज कुमार, वरिष्ठ प्रबन्धक प्रसून कुमार, वरिष्ठ प्रबन्धक करण टंडन उपस्थित थेे।