रायपुर। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 77 प्रतिशत नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स और 90 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक दी जा चुकी है। 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के आठ लाख 31 हजार युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। सभी आयु वर्ग और श्रेणियों के व्यक्तियों को लगाए गए पहली और दूसरी डोज को मिलाकर प्रदेश में अब तक (6 जून तक) 71 लाख 14 हजार टीके लगाए गए हैं।
प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। इनमें से अब तक 45 लाख 31 हजार से अधिक लोगों को कोरोना से बचाव के टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। महासमुंद, रायगढ़ और धमतरी जिले में इस आयु वर्ग के शत-प्रतिशत लोगों को पहला डोज लगाया जा चुका है। वहीं कांकेर में 94 प्रतिशत, बालोद में 93 प्रतिशत, कोरबा में 92 प्रतिशत और सूरजपुर में 91 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया गया है।
सरगुजा में 45 वर्ष से अधिक के 89 प्रतिशत नागरिकों को, दुर्ग में 88 प्रतिशत को, कोंडागांव में 84 प्रतिशत, जशपुर में 81 प्रतिशत, सुकमा में 80 प्रतिशत, दंतेवाड़ा में 78 प्रतिशत, राजनांदगांव में 77 प्रतिशत, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, गरियाबंद और कोरिया में 76-76 प्रतिशत, जांजगीर-चांपा में 72 प्रतिशत, बस्तर में 71 प्रतिशत, बलरामपुर-रामानुजगंज में 68 प्रतिशत, कबीरधाम में 63 प्रतिशत, बलौदाबाजार-भाटापारा में 62 प्रतिशत, बिलासपुर में 60 प्रतिशत, मुंगेली में 59 प्रतिशत, रायपुर में 56 प्रतिशत, बेमेतरा में 55 प्रतिशत, बीजापुर में 54 प्रतिशत तथा नारायणपुर जिले में 47 प्रतिशत को पहला टीका लगाया जा चुका है। प्रदेश में इस आयु वर्ग के सात लाख पांच हजार से अधिक व्यक्तियों को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।
राज्य में 18 से 44 वर्ष के आठ लाख 31 हजार से अधिक युवाओं को कोरोना से बचाव के लिए पहला टीका लग चुका है। इनमें एक लाख छह हजार 440 अंत्योदय परिवारों के, तीन लाख 38 हजार 749 बीपीएल परिवारों के, तीन लाख छह हजार 778 एपीएल श्रेणी के और 79 हजार 314 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं।