रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन अवसर पर देर रात तक आदिवासी नृत्य दलों ने रंगारंग आकर्षक प्रस्तुतियां दी। गीत, संगीत, नृत्य और रंगों के सम्मोहन में दर्शकों के साथ ही अतिथिगण भी देर रात तक बंधे रहे। ऊपर मंच पर कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्रीगण एवं अतिथिगण और नीचे दर्शकों के पैर छत्तीसगढ़ी गाना महुआ झड़े में लगातार थिरकते रहे।
गत दिवस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन समारोह में मंच पर विदेशी कलाकारों के साथ छत्तीसगढ़ी गाना 'महुआ झरे' में थिरके मुख्यमंत्री एवं मन्त्रीगण#TribalFestivalCG pic.twitter.com/FFGi1Uttc7
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) October 31, 2021
दूसरे प्रदेश के कलाकारों के साथ ही विदेशी कलाकारों ने भी छत्तीसगढ़ गाना में खूब नृत्य किये और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के नारा लगाए। मुख्यमंत्री एवं अतिथिगण एवं कलाकार छत्तीसगढ़ के गाना बजने के दौरान खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए। वे काफी देर तक मंच में कदम मिलाते रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाद्ययंत्र भी बजाया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्शकों से पूछा कि यह नृत्य हर साल होना चाहिए कि नही, सबका जवाब आया होना चाहिए।