रायपुर। छत्तीसगढ़ में आलू उत्पादन की व्यापक संभावनाएं हैं। राज्य में 45 हजार हेक्टेयर में आलू का उत्पादन किया जा रहा है जिसकी उत्पादकता 15 टन प्रति हेक्टेयर से अधिक है। छत्तीसगढ़ के नदियों एवं तालाबों के आस-पास की कछारी मिट्टी तथा मटासी मिट्टी आलू उत्पादन के लिए उपयुक्त है। इसी प्रकार सरगुजा संभाग की अधिकतर मिट्टीयों में आलू का उत्पादन सफलतापूर्वक किया जा सकता है। बस्तर संभाग में भी हल्की जमीन में इसके उत्पादन की काफी संभावनाएं है। सरगुजा के पाट क्षेत्रों – मैनपाट, सन्नापाट आदि में खरीफ मौसम…
श्रेणी: कृषि जगत / कृषि यंत्र
कृषि जगत / कृषि यंत्र
बेमौसम बारिश-ओलावृष्टि से सरकार चिंतित, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फसलों के नुकसान का आंकलन कर किसानों को मुआवजा देने के दिए निर्देश
रायपुर। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण बलरामपुर जिले के रामचन्द्रपुर और बलरामपुर विकासखण्ड में किसानों के फसलों एवं सब्जियों को नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर संजीव कुमार झा से फोन पर बात की और फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कर किसानों को उचित मुआवजा देने के निर्देश दिए। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बताया कि राजस्व, कृषि और उद्यानिकी विभाग की संयुक्त टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सर्वे का कार्य कर रही है। तहसीलदारों को पटवारियों के साथ…
गुणवत्ता बढ़ाकर कोऑपरेटिव क्षेत्र कार्पाेरेट को दें चुनौती – भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां ‘मध्य क्षेत्र के राज्यों में सहकारी आंदोलन के समक्ष अवसर और चुनौतियां‘ विषय पर आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सहकारिता ने भारत में लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज के कड़ी प्रतिस्पर्धा के युग में यह जरूरी है कि कोऑपरेटिव क्षेत्र अब अपनी गुणवत्ता बढ़ाने पर पूरा जोर दे और कार्पाेरेट को चुनौती दे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में सहकारिता के क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए नया रायपुर में…