विशेष लेख : सड़कों के निर्माण से विकास के रास्ते खुले, ग्रामीण और पहुंचविहीन बसाहटों को जोड़ने सड़कों का बिछ रहा जाल

गरियाबंद। सड़के विकास की धुरी होती है। सड़कों के निर्माण से विकास के नये रास्ते खुलते है। खासकर ग्रामीण इलाको में यदि सड़कों की सुविधा हो तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिलता है। साथ ही लोगों को सुलभ और सहज आवागमन का आनंद मिलता है। जिले में ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने एवं ग्रामीण जीवन शैली में सुधार लाने के लिए पहुंच विहीन बसाहटों को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, जिससे ग्रामीणजन व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य से सीधे जुड़ सकेंगे।…

मिनीमाता पुण्यतिथि-विशेष लेख : मिनीमाता ने छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय क्षितिज पर दी नई पहचान

छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मिनीमाता बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी थी। अपने प्रखर नेतृत्व क्षमता की बदौलत राष्ट्रीय नेताओं के बीच उनकी अलग पहचान थी। दलित शोषित समाज ही नहीं सभी वर्गो में उनके नेतृत्व को मान्य किया था। उन्होंने संसद में अस्पृश्यता निवारण अधिनियम पारित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मिनीमाता समाज हितैषी कार्यो की वजह से लोकप्रियता के शीर्ष पर पहुंची। मिनीमाता ने समाजसुधार सहित सभी वर्गों की उन्नति और बेहतरी के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने जन सेवा को ही जीवन का उद्ेश्य मानकर कार्य किया।…

विशेष लेख : होगा हर घर नल,मिलेगा शुद्ध जल, मिशन अमृत से बदलेगा कल, बड़ी जल प्रदाय योजनाओं को समय पर पूरा करने का लक्ष्य

जल है तो जीवन है। जल है तो कल है। यह संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना पहले हुआ करती थी। लेकिन यह तो बस एक ऐसा संदेश है जो हमें जल संरक्षण का महत्व बताने के दरम्यान इस्तेमाल में लाया जाता है। धरातल पर जल की उपलब्धता वर्तमान में और हमारे आने वाले कल के लिए कितना है और इस दिशा में हम क्या प्रयास कर रहे हैं ? शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं ? कुछ ऐसा सवाल शायद ही किसी के…

विश्व आदिवासी दिवस पर विशेष लेख : आदिवासी अंचलों में खुशहाल हो रहा जनजीवन, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका की मजबूत पहल

छत्तीसगढ़ और आदिवासी एक-दूसरे के पर्याय हैं। छत्तीसगढ़ के वन और यहां सदियों से निवासरत आदिवासी राज्य की पहचान रहे हैं। प्रदेश के लगभग आधे भू-भाग में जंगल है। जहां छत्तीसगढ़ की गौरवशाली आदिम संस्कृति फूलती-फलती रही है। आज से ढाई साल पहले नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण का संकल्प लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासियों को उनके सभी अधिकार पहुंचाने की जो पहल शुरू की जिससे आज वनों के साथ आदिवासियों का रिश्ता एक बार फिर से मजबूत हुआ है और उनके जीवन में नई सुबह आई है। राज्य…

गोधन न्याय से साकार हो रहा स्वावलंबी गांव का सपना कमलज्योति सहायक जनसंपर्क अधिकारी

खुशहाली और प्रेम के साथ हरियाली का प्रतीक छत्तीसगढ़ का पहला पर्व हरेली के दिन से प्रदेश में लागू की गई गोधन न्याय योजना अब आमदनी का पर्याय बन चुकी है। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और अस्मिता से जुड़ा हरेली पर्व ग्रामीणों और किसानों के खुशियों का वह स्वागत द्वार भी है, जहाँ से बढ़ाया गया एक-एक कदम उन्हें समृद्धि से जोड़ता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शायद इसीलिए पिछले साल हरेली पर्व के दिन छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया कि यहाँ के किसान,…

विशेष लेख : लगवाएं टीका, बदलिए जीवन जीने का सलीका….

रायपुर। टीका का नाम आते ही एक विश्वास का भाव पैदा होने लगता है। यह टीका भले ही उस मासूम के चेहरे के किसी हिस्से में लगने वाला काजल का टीका हो या फिर किसी संक्रामक बीमारी से बचने के लिए हो। परम्परानुसार चली आ रही धारणा आज भी प्रचलन में है कि मां अपने मासूम बच्चों को किसी के नजर से बचाने टीका लगाती है। बहरहाल यह धारणाओं और परम्पराओं पर आधारित है, इसलिए इसे लगाने के बाद सौ फीसदी विश्वास कायम हो, डर-भय समाप्त हो जाए यह शायद…

आओं लाए हरियाली, गौ-काष्ठ की जलाए होली, इकोफ्रेंण्डली होली मनाकर पर्यावरण संरक्षण में निभा सकते हैं अपनी भूमिका

रायपुर(बीएनएस)। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने प्रदेश के सभी नगरीय निकायों के अंतर्गत होने वाले दाह संस्कार में गौ-काष्ठ के उपयोग को प्राथमिकता से करने का निर्देश पहले से ही जारी किया हुआ है। अब उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए होलिका दहन में गौ-काष्ठ और कण्डे के उपयोग करने की अपील की है। कुछ माह पहले ही गौ-काष्ठ को लेकर जारी उनके निर्देशों अमल भी हुआ है। जागरूक एवं पर्यावरण के प्रति सचेत नागरिक, समाजसेवी गौ-काष्ठ और गोबर से कण्डे से दाह संस्कार भी करने…

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह: यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता अभियान

रायपुर। यातायात नियमों के पालन के लिए जनजागरूकता लाने के उद्देश्य से यातायात पुलिस रायपुर द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। 18 जनवरी से शुरू हुए एक माह का यह अभियान 17 फरवरी तक चलेगा। इसके पूर्व वर्षाें में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता था। इसकी अवधि में वृद्धि की गई है, ताकि जन मानस में यातायात नियमों के प्रति अधिक सजगता आ सके। मानव जीवन अनमोल है, इसलिए हमें जीवन के महत्व को समझना चाहिए। जीवन की सुरक्षा के लिए सड़क का…

विशेष लेख : तस्वीरें बयान कर रही हैं उपलब्धियों की कहानी

रायपुर। एक अच्छी तस्वीर में लाखों शब्दों की ताकत होती है। तस्वीरों की इसी ताकत का इस्तेमाल जनसंपर्क विभाग ने शासन की योजनाओं को दूरदराज के गांवों तक पहुंचाने के लिए किया है। विभाग ने संभागीय मुख्यालयों से लेकर जिलों और विकासखंड मुख्यालयों तक फोटो-प्रदर्शनी के आयोजनों का जो सिलसिला शुरु किया है, उसका अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की भीड़ इन प्रदर्शनियों में देखी जा रही है। तस्वीरों के जरिये योजनाओं की जानकारी उन लोगों तक भी पहुंच रही है, जिन तक अब तक साक्षरता…

‘‘ एक गांव ऐसा, गांधी के सपनों के जैसा…

दो साल पहले की ही बात है। इस गाँव की तस्वीर ऐसी न थीं। अपने गाँव से विवाह के बाद आई टुकेश्वरी एमए पास है तो क्या हुआ ? उसके पास कोई काम न था। गाँव वालों के अपने खेत तो थे, लेकिन इन खेतों में हरियाली सिर्फ बारिश के दिनों में ही नजर आती थीं। फसल बोते थे लेकिन दाम सहीं नहीं मिलने से कर्ज में लदे थे। गाँव का गणेश, रामाधार हो या सेन काका.. सभी अपने गांव को खुशहाल देखना चाहते थे। दुलारी के पति सालों पहले…