रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम रानीतराई में आयोजित होने वाले मड़ई मेले में पहुंचे। यह मड़ई मेला जिले में लगने वाले सबसे आरंभिक मड़ई मेलों में से एक है तथा पाटन ब्लॉक के सबसे बड़े मेले में से एक है। इस मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 1 नवंबर को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किश्त की राशि किसानों के खाते में आई। यह धनतेरस के एक दिन पूर्व था। इस वजह से बाजार में भी अपेक्षित खरीदी हुई। आज मैं रानीतराई में अपार जनसमूह को देख रहा हूं जो मेले में आई है। लंबे अंतराल के बाद यह बड़ा मेला इस इलाके में हुआ है। लोगों की भीड़, अपार खुशी को देख कर बहुत हर्षित महसूस कर रहा हूं। सरकार की कृषि समर्थक नीतियों की वजह से लोगों के चेहरे में रौनक आई है। किसानों को जो राहत सरकार ने प्रदान की है, वह निरंतर जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएपी की किल्लत पूरे देश में है, अगले खरीफ मौसम में भी डीएपी की किल्लत हो सकता है। इस वजह से जैविक खेती के माध्यम से वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन बड़े पैमाने पर प्रदेश में हो रहा है। इस बार जिन किसानों ने वर्मी कंपोस्ट लिया है, उनकी अच्छी फसल हुई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने किसानों से उतेरा फसल लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि दलहन आदि की फसल लेने से भूमि की उर्वरा शक्ति वापस आती है, लगातार एक ही तरह की फसल लेने से भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत इन फसलों को लेने के लिए भी इनपुट सब्सिडी सरकार द्वारा दी जा रही है। इसका किसानों को लाभ उठाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पाटन क्षेत्र के विकास के लिए हरसंभव कार्य राज्य सरकार कर रही है। रानीतराई में महाविद्यालय की घोषणा हो या यहां पर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ करना अथवा क्रेडा के माध्यम से पूरे गांव को रोशन करना। क्षेत्र के विकास के लिए संसाधन की कोई कमी नहीं है, तेजी से विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू ने भी जनसमूह को संबोधित किया। साथ ही गांव के सरपंच निर्मल जैन ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर जिला मंडी बोर्ड दुर्ग के अध्यक्ष अश्वनी साहू, कलेक्टर दुर्ग डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं दुर्ग एसपी बद्रीनारायण मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।