रायपुर। आईआईटी, एनआईटी और केन्द्र सरकार से वित्त पोषित इंजीनियरिंग संस्थाओं में प्रवेश के लिए प्रतिष्ठित जेईई परीक्षा के बुधवार को घोषित परिणामों में आदिम जाति विभाग द्वारा संचालित प्रयास आवासीय विद्यालय के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
जेईई मेन्स के लिए इस वर्ष प्रयास आवासीय विद्यालयों के 395 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, इनमें से 178 छात्र सफल हुए। सर्वाधिक 73 छात्र प्रयास बालक आवासीय विद्यालय सड्डू रायपुर से उत्तीर्ण हुए है। इसके अलावा प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय रायपुर की 23 छात्राएं, प्रयास आवासीय विद्यालय दुर्ग के 21 छात्र, प्रयास अंबिकापुर के 18 छात्र, प्रयास बिलासपुर के 16, प्रयास जगदलपुर के 15 और प्रयास कांकेर के 12 छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और आदिम जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रयास आवासीय विद्यालय के छात्रों के शानदार परीक्षा परिणाम पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि राज्य सरकार प्रयास विद्यालयों में और अधिक अच्छी शिक्षा दिए जाने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में इसके और अधिक सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे। विभाग के सचिव डी.डी. सिंह और आयुक्त शम्मी आबिदी ने विद्यार्थियों की सफलता पर शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
जेईई- एडवांस 3 अक्टूबर को- जेईई मेन्स क्वालीफाई करने वाले सभी उत्तीर्ण छात्र अब 3 अक्टूबर को होने वाली जेईई-एडवांस परीक्षा मंे बैठ सकेंगे। इसमें उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को आईआईटी में प्रवेश मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा संचालित उपलब्धि मूलक योजनाओं में मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विद्यार्थियों के अध्ययन एवं सर्वांगीण विकास के लिए यह योजना क्रियान्वित की जा रही है। वर्तमान में इस योजना के तीन घटक- आस्था, प्रयास एवं सहयोग है। इनमें ‘आस्था‘ योजना के अंतर्गत नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवारों के बच्चों के लिए दंतेवाड़ा जिले में आवासीय विद्यालय संचालित है। ‘प्रयास‘ योजना मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के महत्वाकांक्षी घटकों में से एक है। इसके अंतर्गत प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों के मेघावी छात्र-छात्राओं कक्षा 9वीं से 12वीं तक अध्ययन के साथ-साथ जेईई (मेन्स एवं एडवांस), नीट, पीईटी, क्लेट, सीए, सीएस आदि की कोचिंग देने के लिए वर्तमान में 9 प्रयास विद्यालय रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, कांकेर, बस्तर, कोरबा और जशपुर जिलों में संचालित है, जिसमें कुल 4 हजार 120 सीट स्वीकृत है।
प्रयास आवासीय विद्यालयों के अब तक 70 विद्यार्थी आईआईटी, 221 छात्र एनआईटी एवं ट्रिपल आईटी और 772 विद्यार्थी इंजीनियरिंग कॉलेजों, 39 विद्यार्थी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेशित हो चुके हैं।