लाउडस्पीकर से शिक्षा : बच्चों में पढ़ाई के प्रति समर्पण की भावना बढ़ी

रायपुर। कोविड 19 के समय जब विदयार्थियों को पढ़ाने के लिए ऑनलाइन विकल्प के माध्यम से बहुत से बच्चों तक नहीं पहुंच पा रही थी, ऐसी परिस्थिति में कोमाखान में लाऊड स्पीकर के माध्यम से सुनियोजित तैयारी की। महासमुंद में विजय शर्मा और उनके साथियों ने लाउडस्पीकर अध्ययन केंद्र स्थापित कर अनुभव शिक्षकों के माध्यम से रेडियो प्रसारण की तकनीक से शिक्षण पद्धति का प्रयोग करते हुए, 10 हजार आबादी वाले हिस्से में चार पंचायत के छह गांव में 23 शिक्षण केन्द्रों में 23 शिक्षादूतों, पालक व समुदाय को तैयार कर लाऊड स्पीकर स्थापित किया। कुछ दूरस्थ क्षेत्रों में होम थिएटर को ब्लूटूथ के द्वारा जोड़ कर आवाज पहुंचाई। लाउडस्पीकर के प्रभाव से पालकों में अपने बच्चों को पढ़ाने के प्रति समर्पण की भावना बढ़ी।

केन्द्रों का निरीक्षण स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने किया। कक्षा पहली से आठवी के 371 विद्यार्थी अध्ययन कर आनलाइन आकलन व प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया। बाल विज्ञान कांग्रेस में राज्यस्तर व क्विज में राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में भाग लिया। कृत गतिविधियों का संकलन कर शिक्षण अनुप्रयोग में लाउडस्पीकर पुस्तक प्रकाशित की। शिक्षा सत्र 2021-22 में पूर्व माध्यमिक शाला कसेकेरा में लाउडस्पीकर के माध्यम से 16 केन्द्रो में कक्षा संचालित है। लाउडस्पीकर के माध्यम से प्रतिदिन अपेक्षित सहयोग पालकों से लिया जा रहा है।

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