रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 8 अक्टूबर को कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की पुण्य तिथि पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने आम आदमी के जीवन संघर्ष, ग्रामीण जनजीवन में व्याप्त विषमताओं का यथार्थ वर्णन किया।
प्रेमचंद जी एक संवेदनशील लेखक थे जिन्होंने सरल, सहज और आम बोल-चाल की भाषा का उपयोग किया और अपने प्रगतिशील विचारों की अमूल्य विरासत छोड़ गए।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 8, 2021
उनकी रचनाओं ने सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, गरीबी, उपनिवेशवाद पर कठोरता से प्रहार किया है। प्रेमचंद एक संवेदनशील लेखक थे जिन्होंने सरल, सहज और आम बोल-चाल की भाषा का उपयोग किया और अपने प्रगतिशील विचारों की अमूल्य विरासत छोड़ गए।