रायपुर(बीएनएस)। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से आज पूरा विश्व जूझ रहा है। इस वैश्विक महामारी में जहां चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य विभाग का अमला 24’7 जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर संकट की इस घड़ी में छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा में एक अदृश्य फौज भी कार्य कर रही है। जी हाँ, ये अदृश्य फौज है आपके नगरीय निकायों के उन सफाई मित्रों, स्वच्छता दीदीयों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों की को जो दिन-रात, आपके शहर, आपके कस्बे, आपके मोहल्ले को साफ करने, डिसिन्फेक्ट करने एवं आपको निर्बाध रूप से स्वच्छ पेयजल प्रदान करने में लगे हुए हैं।
प्रदेश में 9 हजार से अधिक स्वच्छता दीदियाँ, ऐसी परिस्थितियों में भी प्रतिदिन, प्रदेश के घर-घर से 16 लाख किलो कचरा उठा रही हैं। 15 हजार से अधिक सफाई मित्र भोर के साथ ही आपके आस पास के क्षेत्र को साफ करने एवं डिसिंफेक्ट करने हेतु लगातार कार्यरत हैं। ये योद्धा न केवल अपने कर्तव्यों को रोज की भाँति निभा रहे हैं, अपितु प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान पर दो से तीन पालियों में बिना रुके जनता की सेवा में जुटे हुए है।
ज्ञातव्य है कि आज पूरे विश्व में कोविड-19 से सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्र प्रभावित हैं, ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन पर प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नागरिकों को बुनियादी सुविधा प्रदान करने कमर कस ली है। इसी कड़ी में विभाग द्वारा कोविड-19 कंट्रोल रूम का गठन किया गया है जहां प्रतिदिन प्रदेश के समस्त 166 नगरीय निकायों में प्रतिदिन किए जा रहे छिड़काव, साफ-सफाई, डिसिन्फेक्शन आदि के कार्यों की पल-पल की जानकारी एकत्रित की जा रही है। विभाग का टोल फ्री नम्बर निदान-1100 नागरिकों की शिकायतों हेतु सदैव उपलब्ध है तथा विगत दो दिनों में इस माध्यम से 20 हजार से अधिक शिकायतों का त्वरित निपटान भी नगरीय निकायों द्वारा किया गया है। कंट्रोल रूम के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रदेश की जनता की समस्त शिकायतों का उसी दिन उचित समाधान किया जाए।
राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि नगरीय निकायों में किसी भी परिस्थिति में सफाई सामग्री, क्लोरीन, ब्लीचिंग पाउडर, सोडियम हाइपोक्लोराइड, फॉगिंग केमिकल, डिसिन्फेक्टंट की कमी न हो। इन सामग्रियों का पर्याप्त स्टॉक सभी निकायों में उपलब्ध है। आपात परिस्थिति हेतु विभाग ने इन सामग्रियों के सप्लाइअर्स से अग्रिम अनुबंध कर लिया है ताकि प्रदेश में कहीं भी इन सामग्रियों की कमी न हो।
इसके साथ ही विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहों के माध्यम से युद्ध स्तर पर मास्क बनाने का कार्य किया जा रहा है। सभी सार्वजनिक, सामुदायिक शौचालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था चाक-चैबंद है। इन सभी शौचालयों में निशुल्क हाथ धोने की व्यवस्था भी की गयी है। कोविड-19 से बचाव का सबसे कारगर तरीका समय-समय पर हाथ धोना है इसीलिए प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में निशुल्क सार्वजनिक हैंड-वाश स्पेस बनाई गयी हैं। प्रदेश के नगरीय निकाय इस पूरे संकट में प्रदेश की जनता के साथ पूरी मुस्तैदी से खड़े हैं और नागरिकों को बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध करा रहे है।