रायपुर(बीएनएस)। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह समारोह में मसीही समाज के तीन जोड़े भी परिणय सुत्र में बंधे। इस अवसर पर पास्टर रेग्वेंट हरीश पटेल ने मसीही समाज के 3 वर वधु जोड़ों का विवाह मसीही विवाह संस्कार से संपन्न कराया। पास्टर श्री रेग्वेंट ने बताया कि यह पहला सामूहिक विवाह का अवसर है, जिसमें मैं सम्मिलित हुआ और मेरे द्वारा विवाह संपन्न कराया गया। उन्होंने बताया कि मसीही विवाह संस्कार रीति में विवाह प्रार्थना से शुरू की जाती है। प्रार्थना के उपरांत प्रभु महिमा के गीत गाए जाते हैं और बाइबल का एक छोटा सा संदेश दिया जाता है जो विवाह संस्कार के उद्देश्य और उसके सिद्धांत को वर वधु को समझाया जाता है।
इसके उपरांत सार्वजनिक रूप से परिणय सूत्र में बंधने की वैधानिक घोषणा की जाती है और कन्यादान के साथ-साथ वर-वधु द्वारा एक दूसरे के प्रति सुख-दुख में साथ रहने की प्रतिज्ञा ली जाती है। वर-वधु द्वारा आपस में अंगूठी पहनाने की रस्म के साथ ही पास्टर द्वारा विवाह संपन्न होने की विधिवत घोषणा की जाती है। इस अवसर पर मसीही समाज के तिल्दा से आए राजेंद्र सोनी और रीवा मसीह, रायपुर के अनिमेष नाग और शोभा महानंद तथा धरसीवा के रवीश राय और कांति निराला परिणय सूत्र में बंधे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडि़या की उपस्थिति में साइंस कॉलेज मैदान सामूहिक विवाह का त्रिवेणी संगम बना जहां हिंदू, मुस्लिम और इसाई समुदाय के 518 जोड़े परिणय सुत्र में बंधकर अपने नए दांपत्य जीवन का शुभारंभ किया।