उद्योगों में कोरोना से बचाव के सभी उपायों पर हो प्रभावी अमल : मुख्यमंत्री श्री बघेल

रायपुर(बीएनएस)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों से कहा है कि वे औद्योगिक इकाईयों में बाहर से आने वाले श्रमिकों की जानकारी तत्काल प्रशासन को दें। यदि उनकी इकाईयों में किसी श्रमिक में संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी भी जानकारी अनिवार्य रूप से दी जाए। उन्होंने उद्योगपतियों से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होटलों और रिसॉर्टाें की स्थापना तथा कृषि और उद्यानिकी फसलों पर आधारित प्रसंस्करण के उद्योग स्थापित करने का आव्हान किया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में रायगढ़, जशपुर और सरगुजा जिले से आए विभिन्न औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान इन जिलों में संचालित औद्योगिक गतिविधियों की जानकारी भी ली। प्रतिनिधियों ने राज्य शासन द्वारा कोरोना नियंत्रण रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। साथ ही देश में लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों की सूची में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दूसरा स्थान मिलने पर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर बधाई और शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री ने सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों को अपनी-अपनी इकाईयों में कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों के प्रभावी अमल के लिए कहा। साथ ही उन्हें प्रतिष्ठानों में बाहर से आने वाले श्रमिकों तथा कर्मियों के ठहरने के लिए उचित प्रबंध तथा सोशल डिस्टेंसिंग और शासन के दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। बैठक में औद्योगिक इकाई के प्रतिनिधियों ने बताया कि कोरोना संकट के दौरान देश में अन्य राज्यों की अपेक्षा एक-डेढ महीने पहले से छत्तीसगढ़ में औद्योगिक इकाईयां प्रारंभ होे गई है। रायगढ़ में शत-प्रतिशत और सरगुजा में 90 प्रतिशत इकाईयों में काम प्रारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस पर खुशी जाहिर की। बघेल ने कहा कि वे अपने-अपने प्रतिष्ठानों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ स्वच्छता तथा सुरक्षा आदि संबंधी सभी उपायों के अमल पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने औद्योगिक प्रतिष्ठानों में बाहर से मालवाहक वाहनों के आने लोडिंग-अनलोडिंग के समय भी ड्रायवरों तथा श्रमिकों और लोगों के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग आदि का पालन सुनिश्चित करने आवश्यक निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक तथा पर्यटन की दृष्टि से एक समृद्ध राज्य है। यहां पर्यटन के विकास की आपार संभावनाएं हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने औद्योगिक प्रतिष्ठानों से पर्यटन के क्षेत्र में भी आगे आने का आव्हान किया। श्री बघेल ने कहा कि राज्य के बस्तर वनांचल सहित रायगढ़ से लेकर जशपुर और सरगुजा संभाग में अनेक पर्यटन स्थल है। राज्य के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों के ठहरने तथा भोजन आदि के बेहतर प्रबंध के लिए होटल और रिसॉर्ट आदि की अधिक से अधिक स्थापना की जाए तो इससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य में राम वन गमन पथ को विकसित किया जा रहा हैै। इसके तहत राज्य में प्रथम चरण में राम वन गमन पथ के चिन्हांकित 9 पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की सुविधा के लिए आवश्यक विकास कार्य कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर होने वाली कृषि और उद्यानिकी फसलों पर आधारित प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना के लिए पहल करने की सलाह उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों को दी। बैठक में विभिन्न औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों ने अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

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