मुख्यमंत्री ने ‘पाड़ामुंतोम बस्तर’, ‘ऐतिहासिक जीत को सलाम’, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2019 पर ‘कॉफी-टेबल बुक’ और ‘हमर संस्कृति, हमर तिहार’ पुस्तकों का किया विमोचन

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित तीन दिवसीय ‘राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव’ के समापन समारोह में चार पुस्तकों ‘पाड़ामुंतोम बस्तर’, ‘ऐतिहासिक जीत को सलाम’, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2019 पर ‘कॉफी-टेबल बुक’ और ‘हमर संस्कृति, हमर तिहार’ का विमोचन किया। इनमें से एक कृति ‘पाड़ामुंतोम बस्तर’, बस्तर संभाग और वहां निवास कर रही जनजातियों के विकास पर केन्द्रित है। दूसरी कृति ‘ऐतिहासिक जीत को सलाम’ 1971 की जंग में भारत की ऐतिहासिक जीत, सैनिकों के शौर्य और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न…

मुख्यमंत्री से राज मानस संघ, धमतरी के प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य मुलाक़ात

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज शाम विधायक संजारी-बालोद संगीता सिन्हा के नेतृत्व में आए राज मानस संघ, धमतरी के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाक़ात की और राम वन गमन पर्यटन परिपथ, कौशल्या माता मंदिर सौंदर्यीकरण कार्य और चंदखुरी महोत्सव के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। प्रतिनिधिमंडल ने शॉल, श्रीफल और रामचरितमानस की प्रति भेंट कर मुख्यमंत्री श्री बघेल का सम्मान किया। राज मानस संघ के अध्यक्ष अर्जुन पुरि गोस्वामी ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में प्रभु श्री राम से जुड़ी धरोहर को सहेजने का कार्य…

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बूढ़ातालाब के आकर्षक तट पर ‘छत्तीसगढ़ लोक कला शिल्प संसार‘ का किया अवलोकन

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद सरोवर बूढ़ातालाब स्थित बेहद आकर्षक और रोशनी से जगमगाते छत्तीसगढ़ लोक माटी शिल्प परिसर पहुंचे और वहां ‘छत्तीसगढ़ लोक कला शिल्प संसार‘ विक्रय सह-प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने परिसर में छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना तथा आजीविका मिशन के तहत महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल में गोबर तथा माटी के दीया सहित दीवाली की अन्य पूजन सामग्री खरीद कर उन्हें प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान लोगों से अपील भी की कि स्थानीय विक्रेताओं और…

मंच पर विदेशी कलाकारों के साथ छत्तीसगढ़ी गाना महुवा झड़े में थिरके मुख्यमंत्री एवं मंत्रीगण

रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन अवसर पर देर रात तक आदिवासी नृत्य दलों ने रंगारंग आकर्षक प्रस्तुतियां दी। गीत, संगीत, नृत्य और रंगों के सम्मोहन में दर्शकों के साथ ही अतिथिगण भी देर रात तक बंधे रहे। ऊपर मंच पर कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्रीगण एवं अतिथिगण और नीचे दर्शकों के पैर छत्तीसगढ़ी गाना महुआ झड़े में लगातार थिरकते रहे। गत दिवस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन समारोह में मंच पर विदेशी कलाकारों के साथ छत्तीसगढ़ी गाना 'महुआ झरे' में थिरके मुख्यमंत्री एवं मन्त्रीगण#TribalFestivalCG pic.twitter.com/FFGi1Uttc7…

सभी के प्यार और सहयोग से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव ने अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप लिया : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के रंगा-रंग समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि – आदिवासी संस्कृति, आदि दर्शन है। इसको आत्मसात करना होगा। इसको साथ लेकर आगे बढ़ना होगा। इसके बिना हमारा अस्तित्व पूरा नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया है, परन्तु यह आयोजन आप सबके प्यार और सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप ले लिया है। गीत-संगीत, नृत्य, वाद्य और वादन के जरिए एक नया समाज…

मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें किया नमन

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 31 अक्टूबर को देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा है कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी अग्रणी भूमिका थी। देश के एकीकरण और अखण्ड भारत के निर्माण में उन्होंने अविस्मरणीय योगदान दिया। स्वतंत्र भारत के निर्माण में उनकी भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता।

इंदिरा गांधी ने अपनी दूर-दृष्टि और पक्के इरादों से भारत के विकास को दी नई दिशा : मुख्यमंत्री श्री बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि के अवसर पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इंदिरा गांधी के भारत के विकास में दिए अतुल्य योगदान को याद करते हुए कहा है कि श्रीमती गांधी ने दूर-दृष्टि और पक्के इरादे के साथ देश को नई दिशा प्रदान की। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में देश का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भारत को प्रतिष्ठापूर्ण स्थान दिलाया। उनके हरित क्रांति कार्यक्रम की सफलता ने देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर…

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 : मुख्यमंत्री ने नशामुक्ति के प्रयासों को सराहा

रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव में विभिन्न स्टालों के निरीक्षण के दौरान जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और आबकारी मंत्री कवासी लखमा समाज कल्याण विभाग के स्टाल में पहुंचे तब वहां नशा मुक्ति के लिए लोकगीतों के माध्यम से संदेश दिया जा रहा था। आबकारी मंत्री श्री लखमा लोकगीत की धुन पर अपने आप को रोक नहीं पाए और गीत के लय और धुन थिरकने लगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भी कलापथक दल द्वारा नशामुक्ति के गीतों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। उल्लेखनीय है कि साइंस कालेज…

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का दूसरा दिन : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अतिथियों के साथ देखी नर्तक दलों की प्रस्तुति

रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और अतिथियों के साथ आदिवासी नर्तक दलों की प्रस्तुति देखी और उनका उत्साहवर्धन किया। इस महोत्सव के दौरान आयोजित प्रतियोगिता में पारम्परिक त्यौहारों, अनुष्ठानों, फसल कटाई एवं अन्य पारम्परिक विधाओं पर आधारित प्रतियोगिता की अंतिम प्रस्तुति गोवा के नृत्य दल ने कुनबी नृत्य प्रस्तुत कर दी। कुनबी नृत्य पूर्व पुर्तगालीन काल की सामाजिक विषयवस्तु पर आधारित है जो मांड या पूजा स्थल पर किया जाता है। आज #TribalFestivalCG के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष…

आदिवासियों के रंग बिरंगे परिधानों को देख दर्शक हुए अभिभूत : अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुति में यूगांडा, श्रीलंका एवं नाइजीरिया के कलाकार छाए

रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दूसरे दिन सांध्यबेला में जनजातीय जीवन शैली की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की धूम रही। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्यों की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को बांधे रखा। विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पांडुचेरी के सांस्कृति मंत्री चंद्रिका प्रियंगा, मन्त्रिमण्डल के सदस्यों एवं अतिथियों ने उनका उत्साहवर्धन किया। पांडिचेरी के कलाकारों ने जनजाति संस्कृति की जीवंत झलक प्रस्तुत कर दर्शकों को तालियाँ बजाने पर किया मजबूर पांडिचेरी के नर्तक दलों के कलाकारों ने अपने पारंपरिक वेशभूषा, वाद्ययंत्रों एवं मुख़ौटो के साथ नृत्य की…