फ्लोराइड, आर्सेनिक और खारे-पानी से प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था

रायपुर। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा प्रदेश के फ्लोराइड, आर्सेनिक और खारे-पानी से प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कारगर प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप प्रदेश में सभी लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ढृढ़ संकल्पित होकर इस दिशा में बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में श्री बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार के गठन उपरांत अब तक राज्य की जल गुणवत्ता से प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बस्तर जिले के फ्लोराइड से प्रभावित 33 ग्रामों के लिए 49 करोड़ 69 लाख रुपए की कोसारटेडा समूह जलप्रदाय योजना स्वीकृत की गई है। जिसमें सम्मिलित 29 ग्रामों में योजना का कार्य पूर्ण कर शुद्ध पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। इससे बस्तर क्षेत्र के 60 हजार अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने बजट वर्ष 2019-20 के लिए विधानसभा में बजट भाषण के दौरान नल जल योजना के लिए 2000 की आबादी की बाध्यता को समाप्त कर प्रत्येक गांव में नल जल योजना पहुंचाने की घोषणा की है। साथ ही फ्लोराइड से प्रभावित ग्राम और बसाहटों में 573 फ्लोराइड रिमूवल प्लांट, आयरन से प्रभावित क्षेत्रों में तीन हजार 490 आयरन रिमूवल प्लांट और सेलेनिटी से प्रभावित बसाहटों में 121 आर.ओ. प्लांट स्थापित किया गया है। इसके अलावा राज्य के खारे-पानी से प्रभावित क्षेत्र जिला बेमेतरा के विकासखंड नवागढ़, बेमेतरा और साजा के 152 गांवों में 193 करोड 19 लाख रुपए की समूह जल प्रदाय योजना का कार्य पूर्ण कर पेयजल प्रदाय किया जा रहा है, इससे इस क्षेत्र के एक लाख 68 हजार 736 लोगों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है।

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