बलौदाबाजार(बीएनएस)। जिला मुख्यालय स्थित शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय का दो दिवसीय वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह आज शुरू हुआ। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल एवं एसपी नीतुकमल ने मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक सत्र 2018-19 में मेरिट में आये छात्राओं का कॉलेज प्रबंधन की ओर से सम्मानित किया। कॉलेज की इस वर्ष रिकार्ड 11 छात्राओं ने मेरिट में जगह बनाकर बलौदाबाजार जिले का मान बढ़ाया है। इसमें 10 छात्राएं गृह विज्ञान संकाय के एवं एक बीए की छात्रा शामिल हैं।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधन में कहा कि कॉलेज की ओर से मैं अनेकों बार गुजरा हूं। छात्राओं को बाहर घुमते एवं गप्पें हांकते हुए नहीं पाया हूं। वे कक्षा में बैठकर पढ़ाई करते रहती हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज लाईफ जीवन का ऐसा पड़ाव है जहां आप लोग न तो बच्चे हैं और ना ही बड़े। यह ऐसा समय है जब आप अपने शिक्षक की छत्रछाया में अपना भविष्य गढ़ रहे होते हैं। यह समय एक तरह से आपके जीवन का प्रशिक्षण है, जिसके बाद आप अपनी जीवन यात्रा पर निकल पड़ेंगे। कलेक्टर ने कहा कि कॉलेज छोड़ने के पहले यह तय हो जाने चाहिये कि भविष्य में आपको क्या करना है। उन्होंने कॉलेज की प्राचार्य को सलाह दी कि छात्राओं के कैरियर मार्गदर्शन के लिए अलग से प्रकोष्ठ बनायें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अर्जुन को केवल मछली की आंख दिखती थी, उसी प्रकार आपको अपना लक्ष्य दिखना चाहिये। एसपी नीतु कमल ने पढ़ाई के बाद कहां-कहां रोजगार के अवसर हैं, इसके बारे में बताया। शिक्षण कार्य को उन्होंने सुरक्षित बताया। उन्होंने छात्राओं को लक्ष्य निर्धारित कर उंचाई पर पहुंचने के लिए प्रेरित किया।
जनभागीदारी समिति के सदस्य रामाधार पटेल ने छात्राओं को मोबाईल संस्कृति से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने छात्र जीवन में इसके दुष्परिणाम के प्रति सचेत किया। रिटायर्ड प्रोफेसर एवं जनभागीदारी समिति के सदस्य एस.एम. पाध्येय ने कहा कि कॉलेज की लगभग 95 प्रतिशत छात्रायें गा्रमीण परिवेश से आती हैं। इन छात्राओं में से विश्वविद्यालय की टॉप टेन की सूची में 10 की 10 छात्राओं का आना छात्राओं की पढ़ाई के प्रति समर्पण दर्शाता है। साथ ही प्राध्यापकों ने पूरी निष्ठा से इस कॉलेज का नाम रोशन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. कल्पना उपाध्याय ने प्रतिवेदन पढ़ते हुए स्वागत भाषण दिया। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा हेतु कॉलेज का अहाता निर्माण एवं विज्ञान की छात्राओं के लिए लैब में उपकरणों की मांग रखा। कलेक्टर ने डीएमएफ फण्ड से इन मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। कॉलेज की छात्राओं द्वारा छात्रसंघ प्रभारी वर्षा वर्मा की टीम के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं लोककलाओं पर आधारित विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये, जिसे सभी ने सराहना की। समारोह का शुभारंभ छत्तीसगढ़ की राजकीय गीत के साथ हुआ। सहायक प्राध्यापक डॉ. सुनीता त्यागी ने मंच का संचालन करते हुए अंत में आभार प्रकट किया।