सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जिला बनाने की घोषणा पर क्षेत्र में खुशी का माहौल, लोगों ने मुख्यमंत्री के जयकारे लगाएं और आतिशबाजी कर अपनी खुशियों का किया इजहार

रायपुर। आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सारंगढ़-बिलाईगढ़ सहित 4 नए जिले के गठन किए जाने की घोषणा से संबंधित क्षेत्रों में उत्सव का माहौल देखने को मिल रहा है। लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ ही उनके जयकारे लगा रहे हैं और जगह-जगह आतिशबाजी कर अपनी खुशी जाहिर करने के साथ ही एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। चारों नए जिले के क्षेत्रवासियों का कहना है कि आज उन्हें आजादी का जश्न मनाने के साथ-साथ नए जिले का भी जश्न मनाने का अवसर मुख्यमंत्री ने दे दिया है। वर्षों पुरानी मांग पूरी होने से लोगों के चेहरे पर खुशियां साफ झलक रही हैं। बलौदाबाजार जिले के सरसीवां क्षेत्र के लोगों ने बस स्टैंड, सरायपाली चौक, पेंड्रावन चौक में आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया और मिठाईयां बांटकर एक दूसरे को बधाई दी। मनेन्द्रगढ़ को नया जिला बनाए जाने की घोषणा होने पर सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक गुलाम सिंह कमरो, विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य लोगों के साथ कलेक्टोरेट पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम से धन्यवाद का पत्र कलेक्टर श्याम धावड़े को सौंपा।

सारंगढ़-बिलाईगढ़ नये जिले के गठन की घोषणा से प्रसन्न ग्राम पंचायत सरसीवां के युवा सरपंच नीतीश बंजारे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि बिलाईगढ़ विकासखंड अनुसूचित जाति-जनजाति बहुल क्षेत्र है। बलौदाबाजार जिले के अंतिम छोर पर बसे होने के कारण से यह क्षेत्र विकास के मामले में पिछड़ा है। सारंगढ़ को जिला बनाए जाने की बहुप्रतीक्षित मांग को छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरा कर क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मुराद को पूरी कर दी है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ का जिला बनना किसी स्वप्न के साकार होने जैसा ही है। सारंगढ़ बिलाईगढ़ को जिला बनाये जाने में क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय सचिव चंद्रदेव राय तथा सारंगढ़ विधायक उत्तरी गनपत जांगड़े द्वारा दिए गए योगदान के प्रति भी उन्होंने आभार जताया। सारंगढ़ और बिलाईगढ़ के मध्य सरसीवां स्थित होने के कारण सबसे ज्यादा खुशी इस क्षेत्र के लोगों को हो रही है। दूरी इतनी कम हो गई है कि यहां से लोग अब पैदल भी अपने नवगठित जिला मुख्यालय तक जा-आ सकते हैं।

जनपद पंचायत बिलाईगढ़ उपाध्यक्ष राजा अग्रवाल ने कहा कि बिलाईगढ़ क्षेत्र के लोगों को जिला संबंधी कार्यों के लिए काफी परेशानी होती थी। यहां से बलौदाबाजार-भाटापारा की दूरी 100 किलोमीटर से अधिक है और जिला मुख्यालय तक सीधी बस सेवा नहीं होने से लोगों को आने जाने में भी बड़ी असुविधा होती है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ के बीच की दूरी 50 किलोमीटर से भी कम रह गई है। जिला बनने से क्षेत्र के लोगों के समय और पैसे की बचत होगी। सरकारी कामकाज में भी तेजी आएगी। छोटा जिला बनने से विकास कार्यों में भी गति आएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जैसे ही सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जिला बनाये जाने की घोषणा की गई, पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ वासियों की दुख-दर्द अच्छी तरह से समझते हैं और जिला मुख्यालय से दूर होने पर क्या परेशानी होती है, वे अच्छी तरह महसूस करते हैं। आज उन्होंने क्षेत्र की जनता को बहुत बड़ी सौगात दी है।

समाजसेवी गोपाल पांडेय ने कहा कि सारंगढ़ पुरानी रियासत रही है। सारंगढ़ को जिला बनाए जाने की मांग वर्षाे से की जा रही थी। सारंगढ़-बिलाईगढ़ को संयुक्त रूप से जिला बनाए जाने की घोषणा से लोगों को बेहद खुशी हो रही है। सरसीवां एवं बिलाईगढ़ क्षेत्र लोगों को जिला मुख्यालय बलौदाबाजार जाना-आना काफी कष्टप्रद और खर्चीला है। नये जिले की सौगात मिलने से अब जिला मुख्यालय जाना-आना आसान हो जाएगा। इससे बड़ी और सुविधा क्या हो सकती है। ग्राम चकरदा के कृषक झगेन्द्र साहू ने कहा कि नए जिले के गठन से आम जनता को कई सहूलियत आसानी से हासिल होंगी। अंचल के लोग एक ही दिन में अपने काम से जिला मुख्यालय जाकर वापस आ सकेंगे। शासकीय कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग और प्रशासनिक काम-काज कसावट आएगी। आम जनता की पहुंच सरकार के पास आसानी से हो सकेगी।

सरसीवां व्यापारी संघ के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि छोटे जिले बनने से हर वर्ग के लोगों को फायदा होगा। व्यापारी अपना व्यवसाय बंद कर जिला संबंधी काम के लिए जाते हैं और किसी कारण से काम नहीं हुआ तो समय और पैसा दोनों बर्बाद होता है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला बनने से व्यापारियों को भी बड़ा लाभ मिलने वाला है।केशरवानी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री शिवरात्रि केसरवानी ने कहा कि छोटा जिले बनने से सभी लोगों विशेषकर गरीबों और किसानों को लाभ होगा। बलौदाबाजार से सरसीवां-बिलाईगढ़ क्षेत्र इतना दूर है कि जिले के अधिकारियों का दौरा यदा-कदा ही हो पाता है। इसका प्रभाव शासकीय काम-काज और विकास कार्य पर पड़ता है। जिस तरह नया राज्य गठन होने पर छत्तीसगढ़ का विकास हुआ, उसी तरह सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला भी तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर होगा।

प्रगतिशील सतनामी समाज के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रमेश मनहर ने कहा कि यह क्षेत्र अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र है। यह क्षेत्र स्वास्थ्य और शिक्षा के मामले में काफी पिछड़ा है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जिला बनाए जाने का सीधा लाभ समाज के लोगों को मिलेगा। नया जिले बनने से युवाओं को रोजगार के अवसर भी ज्यादा उपलब्ध होंगे। ग्राम हरदी के प्रगतिशील कृषक गोवर्धन साहू ने बताया कि बलौदा बाजार जिले का सबसे अंतिम गांव हरदी घरजरा है। यहां से बलौदाबाजार की दूरी करीब 125 किलोमीटर पड़ती है। यहां से सीधा बलौदाबाजार के लिए कोई भी आवागमन की सुविधा नहीं है, इसलिए लोगों को जिला मुख्यालय आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अब यहां से सारंगढ़ की दूरी महज 25 किलोमीटर रह गई है। लोग अपने निजी साधन से भी जिला मुख्यालय आसानी से आ-जा सकेंगे।

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