रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार अनुसूचित जनजातियों के आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हरसंभव उपाय कर रही है। मुख्यमंत्री ने आज यहां सुकमा जिला मुख्यालय में एक करोड़ 99 लाख की लागत से बने सर्व आदिवासी समाज के समाजिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने भवन परिसर में पांच लाख रुपए की लागत से बूढ़ा देव मंदिर बनाए जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुकमा में उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा जी के प्रयासों से यह सर्व सुविधायुक्त सामाजिक भवन बनाया गया है, जो समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इससे सामाजिक कार्यक्रम, शादी-विवाह सहित अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सुविधा होगी। उन्होंने सुकमा जिले के सभी ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी और घोटुल बनाए जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल गतिविधियों में संलिप्तता के नाम पर निर्दोष आदिवासी, जो जेल में बन्द है, उनकी रिहाई के लिए विधिसंवत कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिटफण्ड कम्पनियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है, इन कम्पनियों में निवेश करने वाले लोगों को उनकी निवेश की गई राशि लौटाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमिहीन परिवारों को जमीन दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने सर्व आदिवासी समाज सुकमा द्वारा प्रस्तुत मांग पत्रों पर गंभीरता से कार्यवाही करने की बात कही। लोकार्पित सर्व आदिवासी समाज के समाजिक भवन में आठ वीआईपी कक्ष सहित स्टोर रूम, बैठक कक्ष का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही परिसर में 06 दुकानों का निर्माण भी किया गया है, जिनसे होने वाली आय से भवन का संधारण किया जाएगा।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासियों के हितैषी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। श्री लखमा ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्र में रहने वाले सभी भूमिहीन वनवासियों को भूमि दी जाएगी। इस अवसर पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद दीपक बैज, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष पोज्जा राम मरकाम सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।