रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जशपुर जिले की ग्राम पंचायत बालाछापर स्थित सरना एथनिक रिसॉर्ट के बगल में समेकित चाय रोपण का भूमि पूजन किया और मंत्री, विधायक तथा अधिकारियों के साथ चाय के पौधे रोपे। उन्होंने इसके पहले सरना एथनिक रिसोर्ट परिसर में वृक्षारोपण किया। एथेनिक रिसॉर्ट के बगल में करीब 7 एकड़ में चाय का रोपण वन विभाग, डीएमएफ तथा मनरेगा के माध्यम से किया रहा है, जिसमें 6 हजार 300 पौधे का रोपण किया जाएगा। चाय के पौधे करीब 2 से ढाई साल में तैयार हो जाता है और 5 वें वर्ष से पत्ती की नियमित तोड़ाई की जाती है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि जशपुर चाय बागान के लिए भी जाना जाता है। चाय की खेती वास्तव में एक फायदेमंद खेती है, इसे बढ़ावा देने से यहां अनेक किसानों को काफी फायदा होगा। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि चाय की खेती के लिए किसानों का समूह बनाये और उन्हें प्रोत्साहित करें। मार्केटिंग के लिए बेहतर उपाय करें। मुख्यमंत्री ने इसके पहले एथनिक रिसोर्ट परिसर में भी वृक्षारोपण किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने जशपुर जिले के प्रवास के दूसरे दिन सवेरे सरना एथेनिक रिसोर्ट में आम के पौधे का रोपण किया।मुख्यमंत्री ने इसके बाद बालाछापर स्थित समेकित चाय रोपणी का भूमिपूज किया तथा चाय के पौधे रोपे। pic.twitter.com/z8APqZF3we
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) December 5, 2020
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चाय की खेती करने वाले किसानों महेंद्र भगत, करमु राम और इतवारी भगत से मुलाकात कर उन्हें चाय की खेती अपनाने के लिए बधाई दी और आस- पड़ोस के किसानों को भी चाय की खेती के लिए आगे लाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने चाय पौध रोपण कार्य में लगे मजदूरों से पारिश्रमिक की राशि तथा नियमित भुगतान के बारे में पूछ ताछ की। इस अवसर पर खाद्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी अमरजीत भगत, संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक चिंतामणी महाराज, जशपुर विधायक विनय भगत, कमिश्नर जी. किंडो, पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी, कलेक्टर महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक बालाजी राव सहित स्थानीय जनप्रतिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।