रायपुर। राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में आज यहां खेल संचालनालय में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागियों ने कैनवास पर अपनी तूलिका से छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के विविध रंगों को उकेरा। कलाकारों ने चित्रों में छत्तीसगढ़ के खेत-खलिहान, समृद्ध नृत्य शैलियों, पारंपरिक वेशभूषा और आभूषणों, वाद्य-यंत्रों, भित्ती चित्र सहित राज्य पशु को अपनी कल्पना के रंग दिए। प्रतियोगिता में 15 से 40 वर्ष आयु वर्ग में 24 और 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 5 प्रतिभागी शामिल हुये। प्रतियोगिता के निर्णायक रायपुर के चित्रकार प्रमोद साहू, जयश्री भगवानानी और प्रवीण शर्मा थे।
निर्णायक मण्डल केे सदस्य प्रवीण शर्मा ने बताया कि प्रतिभागियों को अपनी चित्रकला के प्रदर्शन के लिए 3 घण्टे का समय दिया गया जिसमें कुल 100 अंक थे। प्रतिभागियों का आकलन विषय के अनुरूप चित्रण, विषयवस्तु की मूल भावना का प्रदर्शन, रंगसंयोजन और दर्शकों पर चित्र के अंतिम प्रभाव के आधार पर किया जाएगा। इसके साथ ही चित्रकला में रंगसंयोजन, वर्णान्धता, रस की अनुभूति जैसे कई आयामों को भी ध्यान में रखा गया है। उन्होंने कहा कि कलाकारों को मंच देने का यह सरकार का बहुत अच्छा प्रयास है। इससे ग्रामीण अंचलों में छिपी प्रतिभाओं को भी सामने आने का अवसर मिलेगा।