रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम अपने निवास कार्यालय से उत्तराखंड में भिलाई के फंसे यात्रियों से फ़ोन के जरिए बातचीत कर उनका कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबको किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य शासन द्वारा आप सबके सकुशल वापसी के लिए आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के वरिष्ठ अधिकारी और दुर्ग कलेक्टर नैनीताल प्रशासन के अधिकारियों से सतत् संपर्क बनाए हुए हैं और आप सबकी कुशलता को लेकर उनसे लगातार चर्चा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदा में फँसे छत्तीसगढ़ के नागरिकों से बात कर उनका कुशलक्षेम जाना।
मुख्यमंत्री जी ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सकुशल वापसी हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्त व्यवस्थाएँ कर ली गयी हैं और वह शीघ्र छत्तीसगढ़ लौटेंगे। pic.twitter.com/ZuefdgTqIY
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) October 20, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में भू-स्खलन से कैंचीधाम में आप सबके फंसे होने की सूचना मिलते ही मैंने मुख्य सचिव और जिला प्रशासन दुर्ग को आप सबकी सुरक्षा और सकुशल वापसी के लिए हर सम्भव पहल करने के लिए निर्देशित किया था। मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान यात्रियों ने बताया कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हम सभी के ठहरने एवं भोजन आदि का प्रबंध प्रशासन ने किया है। यात्रियों ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा एवं सकुशल वापसी के लिए तत्परता से किए गए प्रयास के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया और कहा कि आपकी पहल से यहां हम सबका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
उत्तराखंड में प्राकृतिक प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते वहां फंसे छत्तीसगढ़ के नागरिकों से फोन पर बात की एवं उनका कुशलक्षेम जाना।
हमने सभी को सकुशल वापस लाने की व्यवस्था कर ली है।
सभी जल्द ही अपने घरों पर होंगे। pic.twitter.com/6wvGAYY70C
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 20, 2021
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर फ़ोन के जरिए उत्तराखंड में फंसे छत्तीसगढ़ भिलाई निवासी सीमा सिंह, रूही मिश्रा, अनिता मिश्रा, लता, सुनिधि, श्रीशा, धृति तथा प्रशंसा आदि एक-एक कर बातचीत की और उनकी जल्द सकुशल वापसी की बात कही। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड में भारी बारिश के चलते भूस्खलन और आवागमन बाधित हो गया है। छत्तीसगढ़ के भिलाई से गए कई यात्री उत्तराखण्ड के कैंची धाम में भूस्खलन के कारण फंस गए थे। सभी यात्रियों को सकुशल वहां से निकालने के बाद सुरक्षित स्थान पर ठहरा दिया गया है। छत्तीसगढ़ के सभी यात्रियों को 21 अक्टूबर गुरूवार को वापस लाया जाएगा।