जिले के उपार्जन केन्द्रों में तेज हुई धान की आवक 50 दिनों में हुई एक लाख क्विंटल से अधिक धान की खरीदी

नारायणपुर(बीएनएस)। जिले में पांच प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के एड़का, बेनूर, छोटेडोगर, नारायणपुर और ओरछा के आठ उपार्जन केन्द्रो एड़का, नारायणपुर बिंजली, छोटेडोंगर, धौड़ाई, बेनूर, झारा और ओरछा में न्यूनतम समर्थन मूल्य नीति के तहत धान खरीदी की जा रही है । पिछले 50 दिनों में अब तक लगभग 101165 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। इसमें से 16260 क्विंटल धान का उठाव किया जा चुका है। कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने संबंधित अधिकारियों को धान का जल्दी उठाव कराने के निर्देश दिए है। कलेक्टर और जिला अधिकारी निरंतर धान खरीदी केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं।

कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने बताया कि इस बार मानसून में अच्छी बारिश को देखते हुए जिले के उपार्जन केन्द्रों में अधिक मात्रा में धान की आवक हो रही है। मक्के की खेती के बढ़ते रकबे को ध्यान में रखकर भी खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त व्यवस्थायें की गई है। धान-मक्का खरीदी बीते एक दिसंबर से शुरू हुई है। शुरूआत में धीमी गति से धान की आवक हुई । लेकिन अब खरीदी केन्द्रों में आवक तेज होने लगी है। जिले में धान खरीदी का लक्ष्य लगभग 10 हजार टन है। कलेक्टर ने बताया कि समितियों के उपर्जान केन्द्रों में धान खरीदी हफ्तें में सोमवार से शुक्रवार तक (शासकीय अवकाश के दिनों को छोड़कर) हो रही है ।

किसान धान उपर्जान केन्द्रों में लाने लगे है। जिले के आठ उर्पाजन केन्द्रों में एक दिसंबर से 19 जनवरी तक कुल 101165 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। नारायणपुर (माहका ) में 23292 क्विंटल, एड़का में 20342 क्विटल, छोटेडोगर में, 8844 क्विंटल, धौड़ाई 14001 क्विंटल, बिंजली में 10323 क्विंटल, और बैनूर उपार्जन केन्द्र में 16368 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। धान की खरीदी की गई है। इस खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के लिए धान और मक्का उपार्जन की नीति निर्धारित की गई है। उपार्जन केन्द्रों में धान की नगद और लिकिंग में खरीदी करीब ढाई माह अर्थात 15 फरवरी 2020 तक चलेगी । मक्का खरीदी का कार्य छह महीने तक अर्थात एक दिसंबर 2019 से शुरू हुई है जो 31 मई 2020 तक चलेगी । किसानों को राशि का डिजिटल भुगतान किया किया जा रहा है। उनके खातों में राशि ऑनलाइन जमा की जा रही है । किसानों से धान और मक्के की खरीदी ऋण पुस्तिकाओं के आधार पर की जा रही है।

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